उत्तर प्रदेश

बुखार ने छीन ली एक और बुजुर्ग की जिंदगी

कानपुर

बदल रहे मौसम और उमस भरी गर्मी के कारण उल्टी दस्त व बुखार के साथ पेट दर्द से पीडि़त लगातार दम तोड़ रहे हैं। रसूलाबाद ब्लाक के मालखानपुर गांव के एक बुजुर्ग की बुखार से हालत बिगड़ गई। परिजन उनको अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे, इसी दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। इनके सहित जिले में बीमारी से ढाई माह में मरने वालों की संख्या बढक़र 29 हो गई।
जिले में उल्टी-दस्त, बुखार पेट दर्द आदि का प्रकोप जारी है। बड़ी संख्या में मरीज अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। शासन के निर्देश के बाद भी तैनाती स्थलों पर डाक्टरों के न रुकने से स्वास्थ्य केंद्र रेफर सेंटर बने हैं। इससे मरीज भटक रहे हैं। जिला अस्पताल में प्रतिदिन सात सौ से लेकर एक हजार तक मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इससे जहां पर्चा बनवाने वा दवा लेने में मरीजों को घंटों लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है, घंटो लाइन में लगे मरीज को डॉक्टर एक मिनट में पूछकर दवा लिखने के साथ वापस कर रहे हैं। मजबूरी में लोग झोलाछापों से इलाज कराने को विवश हैं। समुचित इलाज ने मिलने से मौतों का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। रसूलाबाद ब्लाक के मलखानपुर निवासी सोनेलाल ( 60) कई दिन से बुखार से पीडि़त थे परिजन उनका इलाज गांव में ही करा रहे थे, शुक्रवार को हालत बिगडऩे पर उनको पुत्र विपिन वा परिजन सीएचसी रसूलाबाद लाए, लेकिन डाक्टर ने भर्ती कर इलाज करने के बजाय दवा देकर टरका दिया। शुक्रवार देर रात उनकी हालत बिगडऩे पर परिजन उन्हें अस्पताल लाने की तैयारी कर रहे थे, इसी दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।