देव डोलियों और देव निशानों के साथ संगम तट पर पहुंचे लोग
नई टिहरी
चैत्र नवरात्र और नव संवत्सर के मौके पर तीर्थनगरी देवप्रयाग में अलकनंदा और भागीरथी नदी संगम तट पर बड़ी संख्या में देव निशानों तथा देव डोलियों को स्नान कराने के लिये लोग पहुंचे। बदरीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों के गांव कोठी से सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ देव डोलियों और देव निशानों को गंगा संगम तट पर स्नान कराया गया। कोठी गांव में पहली बार आयोजित शत चंडी यज्ञ और देवी भागवत के शुभारंभ पर बड़ी संख्या में सुहागिन महिलाओं ने संगम से मंगल गंगा कलश यात्रा भी निकाली। पर्वतीय वाद्य यंत्रों के साथ देव ध्वजों, भगवान हनुमान की चांदी की गदा तथा अन्य देव निशानों सहित कलश यात्रा भगवान रघुनाथ मंदिर से तीर्थनगरी होते हुये निकाली। वहीं भगवान राम की तपस्थली रामकुंड में भी पूरे दिन श्रद्धालु पुण्य स्नान के लिये पहुंचते रहे। हिंदू नव संवत्सर 2079 की शुरुआत पर घरों में सुख सौभाग्य तथा आरोग्य हेतु नीम और आम की बौर खाकर की गई। जबकि लोक वादकों ने मंगल गीत घरों में गाकर सभी के लिए शुभकामना की।