आरएसएस की बंद 150 शाखाओं को मार्च तक खोलने के निर्देश दिए भागवत ने
कोलकाता
कोलकाता (ईएमएस)। पश्चिम बंगाल में कोरोनाकाल और 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद हुई राजनीतिक हिंसा के चलते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की लगभग 150 शाखाएं बंद हो गई हैं। राज्य में संघ की लगभग 1800-1900 शाखाएं हैं। अपने बंगाल दौरे के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने इन शाखाओं को जल्द से जल्द फिर से सक्रिय कर मार्च तक पूरी तरह से खोलने का निर्देश दिया है। बता दें कि पिछले हफ्ते मोहन भागवत बंगाल के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने उत्तर बंगाल व बर्धमान में संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
आरएसएस के दक्षिण बंग प्रांत के प्रचार प्रमुख बिप्लब राय ने बताया कि संघ बंगाल के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग पहाड़ियों और निकटवर्ती राज्य सिक्किम में अपनी शाखाएं खोलना चाहता है। आरएसएस के शीर्ष पदाधिकारी ने बताया कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की बैठक में इन इलाकों में संगठन को और मजबूत करने का निर्णय लिया गया है। यहां संघ की शाखाएं और नियमित रूप से संचालित होंगी। बता दें कि बंगाल में कोरोना व 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के कारण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की लगभग 150 शाखाएं बंद हो गई हैं। राज्य में संघ की लगभग 1800-1900 शाखाएं हैं। अपने बंगाल दौरे के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने इन शाखाओं को जल्द से जल्द फिर से सक्रिय कर मार्च तक पूरी तरह से खोलने का निर्देश दिया है।
ज्ञात हो कि आरएसएस ने हाल ही में बंगाल को तीन संगठनात्मक क्षेत्रों में विभाजित किया था और आरएसएस प्रमुख ने तीन क्षेत्रों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। बंगाल में आरएसएस के संगठन को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया है तथा कोरोना महामारी के कारण बंद शाखाओं को जल्द से जल्द खोलने का भी निर्देश दिया गया है। आरएसएस ने बंगाल में शाखाओं की संख्या दोगुनी करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसमें गतिरोध पैदा हो गया है, हालांकि सेवा कार्य पर जोर दिया जा रहा है।