उत्तराखण्ड

भाजपा सरकार ने नहीं दिया मलिन बस्तियों को मालिकाना हक: वीरेंद्र श्रमिक

हरिद्वार।

उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव वीरेंद्र श्रमिक ने कहा कि सदियों से उपेक्षित सफाई कर्मचारी वर्ग के अधिकारों पर कुठाराघात किया जा रहा है। प्रैस क्लब में पत्रकारवार्ता करते हुए वीरेंद्र श्रमिक ने कहा कि कांग्रेस के प्रयासों से धीरे धीरे समाज में विषमता खत्म हुई और समानता आयी। जिससे उपेक्षित वर्ग के लोगों को भी आगे बढ़ने का अवसर मिला। लेकिन भाजपा सरकार निजीकरण नीति से वाल्मिीकि समाज व सफाई कर्मचारी वर्ग के हितों पर कुठाराघात करने का काम कर रही है। ठेका प्रथा के चलते सफाई कर्मचारी बेहद मामूली वेतन पर काम करने को मजबूर हो गए हैं। बेहद मामूली वेतन व लगातार बढ़ रही महंगाई के चलते सफाई कर्मचारियों के लिए घर का खर्च चलाना व बच्चों को पढ़ाना बेहद मुश्किल हो गया है। बार बार मांग करने के बावजूद उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार ने सफाई कर्मचारियों के हित में कोई कदम नहीं उठाया। जबकि हरीश रावत सरकार में प्रदेश में हजारों सफाई कर्मचारियों का स्थायी नौकरी मिली। हरीश रावत सरकार में ही मलिन बस्तियों को मालिकाना हक देने के लिए विधानसभा में कानून पास होने के बावजूद भाजपा सरकार ने उसे लागू नहीं किया। जिससे सरकारी जमीनों पर रहकर जीवनयापन कर रहे सफाई मजदूर मालिकाना हक पाने से वंचित रह गए। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने वाल्मिीकि समाज के एक भी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया। जबकि कांग्रेस ने रवि बहादुर को ज्वालापुर सुरक्षित विधानसभा सीट से टिकट देकर वाल्मिीकि समाज को सम्मान देने का काम किया। वीरेंद्र श्रमिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में अभियान चलाकर वाल्मिीकि समाज को भाजपा की समाज विरोधी नीतियों से अवगत कराया जाएगा। वाल्मीकि समाज भारतीय जनता पार्टी को उत्तराखंड से उखाड़ने के लिए काम करेगा। प्रैसवार्ता में वरिष्ठ नेता सुरेंद्र तेश्वर, उत्तराखंड कॉन्ग्रेस सदस्य अभियान चयन समिति के सह संयोजक मोहन काला, पूर्व सभासद नरेश चनियाना, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक तेश्वर, राजेंद्र चुटेला रोहित चौधरी, शहर युवा कांग्रेस अध्यक्ष नितिन तेशवर आदि शामिल रहे।