कपकोट में जल उत्सव मनाया, पौधरोपण के लिए 168 जग चयनित
बागेश्वर
केंद्र व प्रदेश सरकार की पहल पर हर ग्राम पंचायतों के प्राकृतिक जल स्रोतों, नदियों के संरक्षण व संवर्द्धन के साथ ही बारिश का पानी एकत्र करने के लिए कपकोट में जल उत्सव मनाया गया। पौधरोपण के लिए 168 जगह चयनित किया गया। इन स्थानों पर वृहद पौधरोपण होगा। इसकी शुरुआत पनौरा व उत्तरौड़ा से की गई।मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख गोविंद दानू ने बताया कि आकांक्षी ब्लॉक कपकोट में चाल-खाल निर्माण के साथ वृहद पौधरोपण कार्यक्रम भी चलाया जाएगा। रविवार को पनौना व उतरौड़ा में जा जलस्रोत सूख चुके उन्हें पुर्नजीवित करने का संकल्प लिया गया। यहां पूजा अर्चना की गई। दानू ने कहा कि पानी का जलस्तर घट रहा है जो चिंता का विषय है। आने वाले समय में यह स्थिति और भयावह हो जाएगी। उन्होंने कहा कि एक शोध के अनुसार 69 प्रतिशत पानी नदी-नालों से बहकर समुद्र में चला जाता है। 31 प्रतिशत चौड़ी पत्ती वाले पौधों अथवा बर्फ पिघलकर रिसकर रिचार्ज होता है। वर्तमान समय में मात्र 13 प्रतिशत वर्षा का पानी रिचार्ज हो रहा है। चाल-खाल, खंती, तालाब तथा पोखर बनाकर बारिश के पानी को रोका जा सकता है। इसके अलावा चौड़ी पत्ती वाले पौधों का रोपण पानी के संरक्षण में सहायक होगा। इस मौके पर बीडीओ ख्याली राम, ग्राम प्रधान पुष्पा देवी, वीरेंद्र सिंह, संजय गिरी, बी पांडे, स्वरूप चौड़िया, बी मलड़ा, हरीश मेहरा आदि मौजूद रहे।