गुरुद्वारे में धूमधाम से मनाया बैशाखी पर्व
हरिद्वार
कनखल निर्मल विरक्त कुटिया स्थित गुरुद्वारे में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बैसाखी के उपलक्ष्य में कार्यक्रम हुआ। आसपास के देहात और शहरी क्षेत्र से सुबह से ही सैकड़ों श्रद्धालु गुरुद्वारे पहुंचे और गुरु ग्रंथ साहिब के आगे माथा टेका। इस अवसर पर बाबा पंडत ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह ने बैसाखी पर खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने देश और धर्म के लिए अपने वंश का बलिदान दिया। सिख समाज सेवा के लिए जाना जाता है। जो भी गुरुओं की वाणी का श्रवण करता है और उसे अपने जीवन में अमल करता है उसका जीवन सफल हो जाता है।