मामूली झगड़े में बाल्टी से पीट-पीटकर अंडा विक्रेता की निर्मम हत्या
रुड़की
उत्तराखंड के रुड़की में अंडा विक्रेता की मामूली झगड़े में बाल्टी से पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गंगनहर कोतवाली क्षेत्र का पूर्वी अंबर तालाब निवासी आकाश उर्फ शालू (35) आईआईटी के शताब्दी द्वारा के पास अंडे विक्रेता है। सोमवार रात करीब ग्यारह बजे के आसपास आकाश के दोस्त की कुछ युवकों से कहासुनी हो गई। मामूली झगड़े में आकाश अपने दोस्त का झगड़ा शांत कराने के लिए मौके पर पहुंचा। इस बीच दोस्त के साथ झगड़ रहे युवकों ने आकाश पर हमला शुरू कर दिया। पास में रखी एक स्टील की बाल्टी उठाई और आकाश की छाती और सिर पर ताबड़तोड़ हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रुड़की कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक अभिनव शर्मा ने बताया कि परिवार की तहरीर पर आरोपी अभिषेक पुत्र महक सिंह निवासी बिंदु खड़क कोतवाली झबरेड़ा समेत अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने वारदात में शामिल बाल्टी बरामद की है।
पुलिस की लेटतीफी पर उठे सवाल: मृतक आकाश के परिजनों के मुताबिक झगड़े के वक्त सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची थी। लेकिन तब तक आकाश को हमलावरों ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। उपचार के लिए एक कार से आकाश को सिविल अस्पताल ले जाया गया था। जहां चिकित्सकों ने आकाश को चेकअप में मृतक घोषित कर लिया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस यदि घटनास्थल पर सतर्कता दिखाई होती तो सभी हमलावर पकड़े जा सकते थे। एक हमलावर को तो परिवार के लोगों ने ही पकड़कर पुलिस को सौंपा था। यदि पुलिस समय रहते स्थिति को भांप लेती तो शायद आकाश की जान बच सकती थी और सभी हमलावर भी रात में ही पकड़े जा सकते थे।
3 महीने बाद बनने वाला था बाप: आकाश की मौत के बाद पूरा परिवार बिखर गया है। परिवार की जिम्मेदारियां का बोझ आकाश के ही कंधों पर था। हालांकि आकाश के तीन भाई और एक बहन भी है। लेकिन परिवार को हर सुख दुख में आकाश का ही सहारा था। काफी समय पूर्व आकाश की माता का स्वर्गवास हो गया था। आकाश की पत्नी फिलहाल छह माह की गर्भवती है। एक दो साल का बच्चा भी है। परिवार में कुछ महीने बाद नई किलकारी की आवाज गूंजने वाली है। पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है।