ओमीक्रोन आने के बाद दून में भी सिस्टम अलर्ट मोड में
देहरादून। कोरोना का नए वैरियंट ओमीक्रोन आने के बाद दून में भी सिस्टम अलर्ट मोड में है। सबसे बड़े दून अस्पताल में सोमवार को वैसा ही नजारा था, जैसा कोरोनाकाल में मरीजों की तादात बढ़ने पर दिखता था। इमरजेंसी के गेट पर कर्मचारी अजय राय सबसे पूछताछ कर रहे हैं, मास्क सही लगाने की हिदायत मरीजों-तीमारदारों को दे रहे हैं। प्रभारी डा. धनंजय डोभाल, सर्जन डा. अंकित जैन, ईएमओ डा. मुकेश उपाध्याय कोरोना की तीसरी लहर पर चर्चा में मशगूल हैं। इमरजेंसी में कई जेआर-एसआर खांसी, नजला जुकाम और निमोनिया के मरीजों को भर्ती कर रहे हैं। एक नर्सिंग अधिकारी आती हैं, कहती है कि सर एक पति पत्नी आए हैं, खुद को कोरोना संक्रमित बता रहे हैं। डा. उपाध्याय तत्काल बाहर जाते हैं, उनकी हिस्ट्री पूछते हैं। उन्हें गंभीर लक्षण नहीं है, होम आइसोलेशन जाना चाहते हैं। वरिष्ठ फिजीशियन डा. कुमार जी कौल जरूरी सलाह देते हैं और वह चले जाते हैं। एनएस सतीश धस्माना, एएनएस मंजु चौहान, जौसलीन गुप्ता सभी वार्डों में दवाईयों, उपकरणों एवं मरम्मत के कार्यों का ब्योरा ले रही है। वार्डों में काम कराने को संबंधित को जानकारी दी जा रही है। कोरोना के एक मरीज भर्ती थे, उनकी तबीयत ठीक है। उन्हें डिस्चार्ज किया जा रहा है।ए
मएस डा. केसी पंत, नोडल अधिकारी डा. अनुराग अग्रवाल सुबह आठ बजे से ही डाक्टरों और कर्मचारियों को फोन कर रहे थे। कहते जल्दी वॉर रूम में आइएं, इमरजेंसी मीटिंग करनी है। सभी टाइम से पहुंचते हैं, पौने घंटे की बैठक में कोरोना से जंग पर विस्तृत चर्चा होती हैं। कोरोना प्रोटोकॉल, एडमिशन, इमरजेंसी, आईसीयू, दवाई, कॉर्डिनेशन आदि की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। डा. पंत, डा. अग्रवाल, एचओडी मेडिसन डा. नायारणजीत सिंह, डा. निधि उनियाल डाक्टरों एवं स्टाफ की सेवाओं को सराहते हैं और स्पष्ट कहते हैं कि नया वैरियंट बेहद खतरनाक है। जंग के लिए हर मोर्चे पर डट जाना है। आईसीयू, वेंटीलेटर चेक कर रिपोर्ट देने के लिए कहा।
जिला स्तर पर मॉनीटरिंग कमेटी
जिला स्तर पर शासन के निर्देश पर प्रशासन, स्वास्थ्य एवं पुलिस की एक मॉनीटरिंग कमेटी बनाई गई है। जिसमें एडीएम डा. एके बर्नवाल, एसपी ट्रैफिक एसके सिंह, जिला सर्विलांस अधिकारी डा. राजीव दीक्षित शामिल रहेंगे। जो इलाज, जांच और सर्विलांस के लिए जिले में अगुवाई करेंगे। डीएम डा. आर राजेश कुमार