उत्तराखण्ड

देश एक बार फिर गहरे संकट में फंस रहा है — हरीश रावत

हरिद्वार

कांग्रेस पार्टी का दो दिवसीय बूथ स्तरीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर आज ध्वजारोहण के साथ विधिवत शुरू हुआ। प्रशिक्षण शिविर में आये गढ़वाल मंडल क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए, कांग्रेस पार्टी के प्रशिक्षण विभाग के प्रमुख विजय सारस्वत ने प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्देश्यों से प्रतिभागियों को परिचित करवाया।
उन्होंने बताया कि यह कार्यशाला मुख्यतः प्रशिक्षक तैयार करने के उद्देश्य से आयोजित की गई है। इस प्रशिक्षण कार्यशाला से प्रशिक्षित कांग्रेस जन, अपने अपने जिलों के अलावा अन्य जिलों में भी बूथ स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित करेंगे। झारखंड विधानसभा की सदस्य और अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय सचिव / उत्तराखंड की सहप्रभारी दीपिका पाण्डे ने कहा कि कार्यकर्ता किसी भी संगठन का मुख्य आधार होते हैं।  एक विशेष विध्वंशकारी विचारधारा द्वारा, देश के सामाजिक ताने बाने के साथ साथ, लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थाओं को नुकसान पहुंचाया जा रहा है ऐसे माहौल में जरूरी है कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में, पार्टी के मूल सिद्धांतों के प्रति वैचारिक स्पष्टतः और प्रखरता हो। इस कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य, भविष्य के लिये प्रशिक्षक तैयार करना भी है।

कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और राज्य प्रभारी श्री देवेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने लोकतंत्र, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के मूल सिद्धांतों पर चलते हुए देश से अंग्रेजों को भगा दिया था और आज एक बार फिर इन्हीं सिद्धान्तों और महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चलते हुए, साम्प्रदायिक और देशद्रोही ताकतों को सत्ताच्युत करेंगे। लेकिन इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि हमारे साथी कार्यकर्ता पार्टी के मूल सिद्धांतों का गहन अध्ययन करें।
यादव ने कहा कि जितनी महत्वपूर्ण देश को आजाद करने की लड़ाई थी, उतना ही महत्वपूर्ण है देश की आजादी की रक्षा करना। उत्तराखंड के जाबांज युवा एक सैनिक के रूप में देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं, इसलिए उत्तराखंड के लोगों का ये नैतिक कर्तव्य है कि वे देश के संविधान की रक्षा के लिए कांग्रेस पार्टी का साथ दें।

प्रशिक्षकों को सम्बोधित करते हुए, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, देश के वर्तमान राजनीतिक हालातों की चर्चा की तथा कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि आज देश एक बार फिर गहरे संकट में फंस रहा है। जिन लोगों को महात्मा गांधी, सुभाष चंद बोस, सरदार पटेल और नेहरू के नेतृत्व में अंग्रेजों से लड़ने का मौका नहीं मिला था आज उनके पास मौका है कि वे इन महान स्वतंत्रता सेनानियों के धरोहर लोकतंत्र और कल्याणकारी राज्य की अवधारणा की रक्षा के लिए आगे आये।

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि सक्षम और समृद्ध उत्तराखंड के निर्माण के लिए कमर कस लें। अगले कुछ महीने, हमारा कार्यक्रम और कार्यशैली तय करेगी कि हम कैसा उत्तराखंड और देश बनाना चाहते हैं। हमें उत्तराखंड के दूर दराज के क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की व्यवस्था करनी है ताकि पलायन को रोका जा सके। ये उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के साथ न्याय करने की पहल का भी है। यह चुनाव उत्तराखंड में एक नए विकास की संभावनाओं को तलाशने का चुनाव है।

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर कांग्रेस की विचारधारा को पहुंचाने का गुरुमंत्र दिया। उन्होंने कहा कि गुरुमंत्र यही है कि शिक्षा लो, और उस शिक्षा का प्रसार करो। कांग्रेस पार्टी ने पिछले 60 साल में, एक गरीब मुल्क को एक सशक्त देश मे बदल दिया था और यह बात किसी से छुपी नहीं है, 40 साल से अधिक उम्र का हर व्यक्ति इस तथ्य से भली भांति परिचित है, पर जरूरत है कि हम उन्हें इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार करें।

प्रशिक्षण कार्यशाला में कांग्रेस पार्टी के प्रशिक्षण विभाग के प्रमुख सचिन राव ने कॉंग्रेस पार्टी के इतिहास, सर्वोदय आंदोलन की पृष्ठभूमि और आज की परिस्थितियों में सर्वोदयी समाज की जरूरत, भारत निर्माण में कांग्रेस पार्टी की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला।

दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में, आज 9 अक्टूबर को पहले दिन, गढ़वाल मंडल के अंतर्गत आने वाली 42 विधानसभा क्षेत्रों के 180 कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। इसी क्रम में कल अर्थात 10 अक्टूबर को कुमाँऊ मंडल के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण होगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की मीडिया प्रभारी ज़रिता लैतफलांग, प्रशिक्षण विभाग के राहुल साहूऔर राजीव बल, कांग्रेस सेवादल के राजेश रस्तोगी, ओ पी चौहान, प्रशिक्षण विभाग की संयोजक इंदु मान, कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी, प्रेम बहुखंड़ी, महेश प्रताप राणा, रवि बहादुर, संजीव चौधरी, अनिल भास्कर, मनोज महन्त, पुष्कर सारस्वत, शरत शर्मा, मनी राम बागड़ी, तुषार कपिल, अभिमन्यु मान, झारखंड के प्रसाद निधि, आदि ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।